Famous Lakes In Lahaul Spiti District
||Famous Lakes In Lahaul Spiti District||Famous Lakes In Lahaul Spiti Distt||
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जिला लाहौल-स्पिति :-Famous Lakes In Lahaul Spiti District
- चन्द्रताल झील : भारत की पांच प्रसिद्ध झीलों पर बने डाक टिकटों में हिमाचल की चंद्रताल झील को भी शामिल कर लिया गया है। हिमाचल पर निकलने वाली डाक टिकटों में यह पहला अवसर है कि किसी झील पर डाक टिकट बनाया गया है। भारत की जिन झीलों पर डाक टिकट बनाया गया है, उसमें अरूणाचल की 'सेल झील', जम्मू व कश्मीर की रूपशु घाटी में स्थित 'छोमों री री झील' है। तीसरी 'झील छांगू है जो गंगटोक नाथुला राजमार्ग पर स्थित है चौथी झील 'रूप कुंड झील' है जो जम्मू कश्मीर में है और पाँचवीं झील चंद्रताल है, जो लाहुल-स्पिति में स्थित है। फिलहाल हिमाचल पर चौदह डाक टिकटें निकल चुकी हैं, जिसमें चंद्रताल भी शामिल हो चुकी है। भारतीय डाक विभाग द्वारा भारत की प्रसिद्ध चीजों को संजोने के काम में अब चंद्रताल झील भी डाक टिकट के माध्यम से सुरक्षित रखी जाती है। प्रत्येक डाक टिकट की कीमत पांच रुपए रखी गई है। लाहौल-स्पीति जिला की चंद्रताल झील स्पीति और लाहौल को परस्पर जोड़ती है। बर्फ से घिरी इस गहरी नीली झील की परिधि 2.5 किलोमीटर है। यह झील चंद्रा नदी की स्रोत भी है। समुद्र तल से 4300 मीटर की ऊँचाई पर स्थित यह झील हिम युग में बनी थी, जब हिमखंड खिसक गए और बर्फ के टुकडे बन गए। कुछ लोगों का विश्वास है कि इसी स्थान से पांडवों के बड़े भाई युधिष्ठिर इंद्र देव के रथ पर सवार होकर स्वर्ग गए थे। यहाँ मानव कंकाल और घोड़ों के अवशेष पाए जाने के बाद इसे रहस्यमयी झील भी कहा जाता है। झील एक किलोमीटर लंबी अंडाकार और 15 मीटर गहरी है। इस झील में कई दुर्लभ पशु-पक्षी भी पाए जाते हैं, जिसमें लाल पांडा, बृहिम्णी बतख प्रमुख हैं।
- सूरजताल झील : यह झील 4800 मीटर (15748 फुट) की ऊँचाई पर स्थित है जो भागा नदी का भी उद्गम स्थल है। यह झील बारालाचा दर्रा के विपरीत दिशा में 1200 X 1600 वर्ग मीटर फैली हुई है। इस झील तक जाने के लिए जिंग-जिंग ट्रैक का अनुसरण किया जाता है। लाहौल-स्पिति में स्थित यह एक सुंदर झील है।
- दीपकताल झील : जिला लाहौल स्पिति में दीपकताल झील, सूरजताल झील से 200 मीटर की अधिक ऊँचाई पर स्थित है। सूरजताल तथा मनाली लेह मार्ग इस झील के नजदीक हैं।
- नीलकंठ झील : जिला लाहौल स्पिति में यह झील नैनगाहर घाटी में है। यह छोटी परन्तु गहरे पानी की झील है। गहराई के कारण इसका पानी नीला दिखाई देता है, जिस कारण इसका नाम नीलकंठ झील पड़ा। यहां कुरिंग (पतन घाटी) से घाटी की ओर जाते हैं। रास्ते में चोखंग तथा नैनगाहर की बस्तियाँ आती हैं। झील के आस-पास सुन्दर चारागाह हैं।
- युनाम-सो : जिला लाहौल-स्पिति में स्थित यह भी एक दर्शनीय झील है।
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