Himachal Pradesh History Question Answer set -3
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- 1805 ई. में गोरखा सेना का नेतृत्व किसने किया जिसने काँगड़ा पर आक्रमण किया था –अमर सिंह थापा
- गोरखों और ब्रिटिश के बीच सुगौली की संधि पर किस वर्ष हस्ताक्षर हुए -1815 ई.
- 1815 ई. की सुगौली की संधि का हिमाचल प्रदेश व उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों पर क्या राजनैतिक प्रभाव पड़ा
- -गोरखों का इस क्षेत्र से प्रभाव खत्म व अंग्रेजों का प्रभाव शुरू।
- किस संधि द्वारा गोरखाओं ने 1815 ई. में पहाड़ी रियासतों पर अपना दावा छोड़ दिया -सुगौली की संधि।
- गोरखों ने अमर सिंह थापा के नेतृत्व में सन् 1805 से सन् 1809 तक क्या किया -महलमोरियो में संसारचंद को हराकर काँगड़ा किले में छिपने के लिए मजबूर किया।
- 1815 के मलौण और रामशहर युद्ध का परिणाम था। -गोरखा पराजय।
- गोरखों ने बुशहर रियासत के हिस्सों पर कब्जा किस अवधि के दौरान किया था -1803-1815 ई.।
- जुब्बल और रांवीगढ़ क्षेत्रों में गोरखाओं के विरुद्ध अभियान का नेतृत्व किसने किया -जेम्स वेली फ्रेजर।
- . महाराजा रणजीत सिंह ने किस वर्ष संसारचंद से काँगड़ा किला प्राप्त किया -1809 ई.
- सन् 1770 में राजा घमण्डचंद को अपने साम्राज्य का विस्तार करने से उसे हराकर किसने रोका था -जस्सा सिंह रामगढ़िया
- राजा संसारचंद की हिमाचल प्रदेश में एक स्वतंत्र हिन्दू राज्य के गठन की महत्वाकांक्षा को किसने ध्वस्त किया
- -महाराजा रणजीत सिंह।
- राजा संसारचंद और रामगढ़िया सरदार जयसिंह के बीच काँगड़ा के किले पर अधिकार को लेकर चल रहे विवाद में किसने मध्यस्थता की थी -महाराजा रणजीत सिंह।
- 12 मिश्लों में विभाजित किस सिख ने हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्से (काँगड़ा) पर 1809 ई. में राज किया-महाराजा रणजीत सिंह (देसा सिंह मजीठिया)
- जयसिंह कन्हैया ने किससे काँगड़ा किला खाली करवाया था -जीवा खान।
- महाराजा रणजीत सिंह ने कुल्लू की यात्रा की। -1808 में।
- 9 मार्च, 1846 को सिक्खों ने अंग्रेजों को युद्ध क्षति के रूप में क्या दिया –कुल्लू, काँगड़ा, लाहौल स्पीति।
- संसारचंद के पुत्र का नाम जिसका युद्ध रणजीत सिंह से हुआ था -अनिरुद्ध।
- सतलुज नदी के दक्षिण के सभी पहाड़ी क्षेत्रों को सिखों ने ब्रिटिशरों को किस संधि के द्वारा सौंपा था
- -लाहौर की संधि (1846 ई.)
- काँगड़ा किला और संधाता जिले को लाहौर (सिखों) को देने वाली ज्वालामुखी संधि महाराजा रणजीत सिंह और संसारचंद के बीच किस विक्रमी संवत को हुई थी -विक्रमी 1866 ई. श्रावण 5 को (1809 ई.)।
- पाँवटा साहिब के गुरुद्वारे से कौन-सा सिख गुरु जुड़ा हुआ है –गुरु गोविंद सिंह।
- गुरु गोविंद सिंह ने दशम ग्रंथ की रचना किस शहर में की थी –पाँवटा साहिब
- बुशहर रियासत के किस राजा को मुगल सम्राट औरंगजेब ने छत्रपति की पदवी से नवाजा था -केहरी सिंह।
- हिमाचल प्रदेश की किस देशी रियासत ने कभी सम्राट अकबर का आधिपत्य स्वीकार नहीं किया, यद्यपि उसकी सेना ने उसके काफी बड़े भाग पर कब्जा कर लिया था -काँगड़ा।
- पहला पर्वतीय सरदार जिसने औरंगजेब की मृत्यु और मुगल साम्राज्य के खण्डित होने के बाद अपने पैतृक अधिकार क्षेत्र काँगड़ा पर अपना आधिपत्य पुनः स्थापित किया था -राजा घमण्डचंद।
- अपने आधिपत्य की स्वीकृति के सूचक के रूप में वार्षिक नज़राना लेने के अलावा अकबर ने पहाड़ी रियासतों द्वारा आज्ञा पालन को सुनिश्चित करने के लिए क्या तरीका अपनाया था -मुगल दरबार में बंधक (खासतौर पर पहाड़ी रियासतों के राजा के पुत्रों या रिश्तेदारों) को रखना।
- राजा घमण्डचंद ने अपने राज्य का विस्तार करना क्यों शुरू किया -औरंगजेब की मृत्यु और मुगलों के पतन के कारण।
- घमण्डचंद की मृत्यु कब हुई -1773 ई. में।
- हुसैन कुली खान जो अकबर का पंजाब का सूबेदार था ने किस कारण नगरकोट के किले से घेरा उठा लिया
- -इब्राहिम हुसैन मिर्जा के विद्रोह के कारण।
- काँगड़ा के अच्छे खासे भाग पर बीरबल (मुगलों का) का कब्जा होने के बावजूद नगरकोट किले पर किसका कब्जा रहा -राजा विधिचंद का।
- मुगल दरबार में कितने पहाड़ी राजकुमारों को मियां का नाम दिया गया था -221
- घमण्डचंद के समय काँगड़ा किले पर किसका अधिकार था -नवाब सैफअली खान।
- जहाँगीर ने किस राजा की मदद से काँगड़ा किले को जीता -जगत सिंह।
- नूरुद्दीन के समय नूरपुर नाम पड़ा क्योंकि। . -नूरुद्दीन शाहजहाँ का नाम, बेगम नूरजहाँ का नाम तथा नूर का मतलब सुंदर स्थान।
- जहाँगीर और नूरजहाँ काँगड़ा कब आए -1622 ई.
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